पाठ – 1
भूगोल एक विषय के रूप में
This post is about the detailed notes of class 11 Geography Chapter 1 bhoogol ek vishay ke roop mein (Geography as a discipline) in Hindi for CBSE Board. It has all the notes in simple language and point to point explanation for the students having Geography as a subject and studying in class 11th from CBSE Board in Hindi Medium. All the students who are going to appear in Class 11 CBSE Board exams of this year can better their preparations by studying these notes.
यह पोस्ट सीबीएसई बोर्ड के लिए हिंदी में कक्षा 11 भूगोल अध्याय 1 भूगोल एक विषय के रूप में के विस्तृत नोट्स के बारे में है। इसमें सभी नोट्स सरल भाषा में हैं और सीबीएसई बोर्ड से हिंदी माध्यम से 11वीं कक्षा में एक विषय के रूप में भूगोल पढ़ने वाले छात्रों के लिए उपयोगी है। वे सभी छात्र जो इस वर्ष की कक्षा 11 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, इन नोट्स को पढ़कर अपनी तैयारी बेहतर कर सकते हैं।
Board | CBSE Board |
Textbook | NCERT |
Class | Class 11 |
Subject | Geography |
Chapter no. | Chapter 1 |
Chapter Name | भूगोल एक विषय के रूप में (Geography as a discipline) |
Category | Class 11 Geography Notes in Hindi |
Medium | Hindi |
भूगोल एक विषय के रूप में
भूगोल क्या है और हम इसका अध्ययन क्यों करते हैं?
- सरल शब्द में भूगोल पृथ्वी का वर्णन है
- हमारी पृथ्वी भौतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विशेषताओं से भरी हुई है
- हम सभी पृथ्वी की सतह पर रहते हैं और हमारा जीवन हमारे परिवेश से मुख्य रूप से प्रभावित होता है और हम अपने जीवन को बनाए रखने के लिए अपने परिवेश में उपस्थित संसाधनों पर निर्भर हैं।
- इसीलिए अपने जीवन को आसान बनाने के लिए हमे अपनी पृथ्वी को समझने की आवश्यकता पड़ती है और इस कार्य में भूगोल हमारी मदद करता है
- हम भूगोल का अध्ययन क्यों करते हैं
- विविधता से भरी पृथ्वी और लोगों के बारे में जानने के लिए
- हमारी पृथ्वी में होने वाली विभिन्न घटनाओ और उनके कारणों को समझने के लिए
- पृथ्वी के तल को समझने के लिए ग्लोब और मानचित्रो को विकसित करने एवं उनमे उपस्थित जानकारी का अध्ययन करने के लिए
भूगोल
- भूगोल शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम एक यूनानी विद्वान एराटोस्थनीज द्वारा किया गया था
- भूगोल शब्द ग्रीक भाषा के दो मूल शब्दों के मेल से बना है , जिओ जिसका अर्थ है “पृथ्वी” और ग्राफोस जिसका अर्थ है “वर्णन”।
भूगोल की परिभाषा
- रिचर्ड हार्टशोर्न के अनुसार
- भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/ प्रादेशिक भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।
- अल्फ्रेड हेटनर के अनुसार
- भूगोल धरातल के विभिन्न भागो में कारणात्मक रूप से सम्बंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है।
- रिचर्ड हार्टशोर्न के अनुसार
भूगोल का अध्ययन क्षेत्र
- भूगोलवेत्ता न केवल पृथ्वी की सतह पर होने वाली घटनाओं में भिन्नता का अध्ययन करते हैं बल्कि उन कारकों का भी अध्ययन करते हैं जिनकी वजह से यह विविधताएँ उत्पन्न होती है।
- हमारी पृथ्वी पर भौगोलिक घटनाएँ अत्यधिक गतिशील हैं
- उदाहरण के लिए
- आदिम मानव समाज प्रत्यक्ष रूप से अपने पर्यावरण पर निर्भर था , लेकिन वर्तमान समाज ने प्रौद्योगिकी का आविष्कार और उपयोग करके अपने प्राकृतिक पर्यावरण को परवर्तित किया एवं अपना जीवन आसान बनाया
- प्रौद्योगिकी के कारण मनुष्य आवश्यकता की अवस्था से स्वतंत्रता की अवस्था में गया
एक विषय के रूप में भूगोल
- एक विषय के रूप में भूगोल मुख्य रूप से तीन प्रश्नों से संबंधित है:
- कुछ प्रश्न पृथ्वी के धरातल पर पाए जाने वाले प्राकृतिक और सांस्कृतिक विशेषताओं के प्रतिरूपो की पहचान से संबंधित हैं। ये “क्या” प्रश्न के उत्तर देते है
- कुछ अन्य प्रश्न पृथ्वी की भौतिक एवं सांस्कृतिक विशेषताओं के वितरण से संबंधित हैं। ये “कहाँ” प्रश्न से सम्बंधित हैं
- तीसरे प्रकार के प्रश्न सुविधाओं, प्रक्रियाओं और घटनाओं की व्याख्या से संबंधित हैं। ये प्रश्न “क्यों” से संबंधित हैं
- एक विषय के रूप में भूगोल मुख्य रूप से तीन प्रश्नों से संबंधित है:
भूगोल का अध्ययन करने के दृष्टिकोण
- भूगोल का अध्ययन करने के लिए दो प्रमुख दृष्टिकोण हैं
- क्रमबद्ध दृष्टिकोण
- प्रादेशिक दृष्टिकोण
क्रमबद्ध दृष्टिकोण
- भूगोल का अध्ययन करने के लिए क्रमबद्ध दृष्टिकोण एक जर्मन भूगोलवेत्ता अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट द्वारा पेश किया गया था
- भूगोल का क्रमबद्ध दृष्टिकोण केवल एक मुद्दे का अध्ययन करता है और इसकी स्थानिक विविधताओं की जांच करता है
- क्रमबद्ध दृष्टिकोण में एक विशेष विषय का पूरी दुनिया में विस्तार से अध्ययन किया जाता है
- उदाहरण के लिए
- पूरी दुनिया में वन्यजीवों का अध्ययन
प्रादेशिक दृष्टिकोण
- भूगोल का अध्ययन करने के लिए प्रादेशिक दृष्टिकोण का विकास भी एक जर्मन भूगोलवेत्ता कार्ल रिटर द्वारा किया गया
- प्रादेशिक दृष्टिकोण एक स्थान की कई विशेषताओं का अध्ययन करता है
- प्रादेशिक उपागम एक विशेष क्षेत्र का अध्ययन है इसके अंतर्गत एक जगह के कई कारकों का अध्ययन किया जाता है
- उदाहरण के लिए
- असम में वन्यजीव, जनसंख्या, क्षेत्र और जलवायु के बारे में अध्ययन
भौतिक भूगोल
- सरल शब्दों में भौतिक भूगोल पृथ्वी की सतह का अध्ययन है
- भौतिक भूगोल में निम्नलिखित का अध्ययन किया जाता है
- स्थलमंडल (भू-आकृतियाँ, अपवाह आदि)
- वातावरण (जलवायु, तापमान, वर्षा आदि)
- जलमंडल (महासागर, समुद्र, झील आदि)
- जैवमंडल (मनुष्य, सूक्ष्मजीव, खाद्य श्रृंखला आदि)
भूगोल की शाखाएँ (क्रमबद्ध दृष्टिकोण)
भौतिक भूगोल
- सरल शब्दों में भौतिक भूगोल पृथ्वी की सतह का अध्ययन है
- इसमें निम्नलिखित शामिल है
- भू-आकृति विज्ञान:यह भूमि रूपों के अध्ययन से संबंधित है। यह भू-आकृतियों और उनके विकास की प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है।
- जलवायु विज्ञान: यह वायुमंडल की संरचना और मौसम के तत्वों के बारे में अध्ययन करता है।
- जल विज्ञान: यह महासागरों, नदियों, झीलों और अन्य जल निकायों के बारे में अध्ययन करता है। दूसरे शब्दों में, यह पृथ्वी की सतह पर जलीय क्षेत्र और मानव जीवन की गतिविधियों सहित विभिन्न जीवन रूपों पर इसके प्रभाव का अध्ययन करता है।
- मृदा भूगोल: यह मिट्टी के निर्माण की प्रक्रिया, मिट्टी के प्रकार, मिटटी की उर्वरता, वितरण और उपयोग का अध्ययन करता है।
- सरल शब्दों में मानव भूगोल मानव और उसके पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन है
- इसमें निम्नलिखित शामिल है
- सामाजिक/सांस्कृतिक भूगोल:यह समाज और इसकी स्थानिक गतिशीलता का अध्ययन है। यह समाज द्वारा विकसित सांस्कृतिक के बारे में अध्ययन करता है।
- जनसंख्या भूगोल: यह जनसंख्या वृद्धि, विभिन्न क्षेत्रों में जनसंख्या के वितरण, जनसंख्या घनत्व, लिंग अनुपात, प्रवास, व्यावसायिक संरचना आदि का अध्ययन करता है।
- आर्थिक भूगोल: यह कृषि, उद्योग, पर्यटन, व्यापार, परिवहन, बुनियादी ढांचे, सेवाओं आदि जैसी आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन है।
- ऐतिहासिक भूगोल: इसमें अध्ययन किया जाता है की किस प्रकार एक क्षेत्र का इतिहास उस क्षेत्र की भौगौलिक परिस्थितियो को प्रभावित करता है
- राजनीतिक भूगोल: यह राजनीतिक घटनाओं के प्रभाव, पड़ोसी राजनीतिक इकाइयों के बीच संबंधों, निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन, चुनाव परिदृश्य आदि का अध्ययन करके जनसंख्या के राजनीतिक व्यवहार को समझने के लिए सैद्धांतिक रूपरेखा विकसित करता है।
जैव भूगोल
- यह विषय मुख्य रूप से अलग अलग प्रकार की वनस्पतियो और वन्य जीवो के वितरण का अध्ययन करता है।
- इसकी तीन शाखाएं हैं
- पादप भूगोल: यह प्राकृतिक वनस्पतियों के स्थानिक प्रतिरूपो के अध्ययन से संबंधित है।
- प्राणी भूगोल: यह जानवरों और उनके आवासों के स्थानिक प्रतिरूपो और भौगोलिक विशेषताओं के अध्ययन से संबंधित है।
- पारिस्थितिकी: यह प्रजातियों के आवासों और विशेषताओं का वैज्ञानिक अध्ययन है।
भूगोल की शाखाएँ (प्रादेशिक दृष्टिकोण
- वृहद, मध्य, लघुस्तरीय प्रादेशिक / क्षेत्रीय अध्ययन
- ग्रामीण / इलाका नियोजन तथा शहर और नगर नियोजन
- प्रादेशिक विकास
- प्रादेशिक विश्लेषण
Click Here to Download PDF Notes
Click Here to Attempt Quiz
Click Here for Important Questions
Click Here for Objective Questions
Our team is working day in day out to provide the best quality content to the students of Class 11 CBSE Board (Hindi Medium). We hope that CBSE Board class 11 Geography notes in Hindi helped you. If you have any suggestion or correction about CBSE Board Class 11 Detailed Notes, Important Questions, Quizzes, Objective Questions, PDF Notes and Last Year Papers or about anything else, so you can connect with us at [email protected] or comment below. Our team is always ready to implement your suggestions and corrections.
हमारी टीम कक्षा 11 सीबीएसई बोर्ड (हिंदी माध्यम) के छात्रों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। हमें उम्मीद है कि सीबीएसई बोर्ड कक्षा 11 के भूगोल के हिंदी नोट्स ने आपकी मदद की है। यदि आपके पास सीबीएसई बोर्ड कक्षा 11 के विस्तृत नोट्स, महत्वपूर्ण प्रश्न, क्विज़, वस्तुनिष्ठ प्रश्न, पीडीएफ नोट्स और पिछले साल के पेपर या किसी अन्य चीज़ के बारे में कोई सुझाव या सुधार है, तो आप हमारे साथ [email protected] पर जुड़ सकते हैं या नीचे Comment कर सकते हैं।